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मुख्य बिंदु
- भारत का प्राकृतिक सौंदर्य आकर्षक और उसका अतीत गौरवशाली है।
- भारत के उत्तर में स्थित हिमालय आकाश को चूमता प्रतीत होता है और इसके दक्षिण में स्थित हिंद महासागर इसके चरणों में झूमता है।
- गंगा, यमुना, सरस्वती (त्रिवेणी) इसकी शोभा बढ़ाती हैं।
- मलयगिरि से आने वाली शीतल, मंद, सुगंधित पवन सभी को उल्लसित कर देती है।
- पर्वत की चोटियों से बहते झरने, चिड़ियों की चहचहाहट तथा आम की अमराइयों का सौंदर्य देखते बनता है।
- इसी भूमि पर मर्यादा पुरुषोत्तम राम और जनक नंदिनी सीता ने जन्म लिया।
- इसी धरा पर श्रीकृष्ण ने अपनी मुरली सुनाई और कुरुक्षेत्र के मैदान में मोहग्रस्त अर्जुन को गीता का उपदेश दिया।
- इसी देश में गौतम बुद्ध ने जन्म लिया और समस्त संसार को दया और अहिंसा का संदेश दिया।
- कवि ने भारत-भूमि को पुण्यभूमि, स्वर्णभूमि, युद्धभूमि, बुद्धभूमि कहकर संबोधित किया है।
- भारत -भूमि हमारी जन्मभूमि और मातृभूमि भी है।
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