1. मुन्नी का पति क्यों आया था और मुन्नी को वापिस भेजने सम्बन्धी घरवाली का क्या विचार था ?

उत्तर- मुन्नी का पति मुन्नी को वापिस घर ले जाने के लिए आया था जिस कारण सारे घर में हलचल हो रही थी। बाबूजी तो मुन्नी को वापिस भेजने के लिए तैयार थे उनका मानना था कि यदि बेचारा इतनी बार माफी माँग ही रहा है तो वापिस भेजने में हर्ज ही क्या है वहीं अम्मा इस बात को लेकर बहुत परेशान थी कि ऐसे आदमी पर क्या विश्वास करना कल और किसी औरत के चक्कर में पड़ जाए तो, मैं तो न भेजूगी अपनी बेटी को परन्तु बाबू जी न माने, कहने लगे कि क्या लड़की को अब उमर भर यहीं बिठाकर रखेंगे उसे पढ़ा-लिखा दे या कोई हुनर सिखा दें इतना हमारे पास कुछ नहीं है। लड़को की ही देखभाल नहीं होती मुन्नी का तो रो-रो कर बुरा हाल था वह बार-बार कहती बाबूज मुझे जहर देकर चाहे मार डालिए परन्तु वहाँ मत भेजिए। समर का मन किया कि वह मुन्नी की जिम्मेदारी अपने पर ले ले परन्तु उसकी कमाई का अभी कोई जरिया नहीं था और अन्त में मुन्नी को वापिस भेज दिया गया |

2. मुन्नी के ससुराल वापिस जाते समय उसकी व्यथा का चित्रण करें।

उत्तर- मुन्नी की व्यथा का मार्मिक चित्रण प्रस्तुत किया गया है। मुन्नी वापिस ससुराल जाने को तैयार नहीं थी। रो-रोकर उसका बुरा हाल था वह बार-बार बाबू जी से कहती – बाबूजी तुम मुझे अपने हाथ से जहर देकर मार डालो या मेरा गला घोट दो परन्तु मुझे वापिस मत भेजो। मैं वहाँ मर जाऊँगी… मैं आपके सामने हाथ जोड़ती हूँ पाँव पड़ती हूँ, मुझे मत जाने दो परन्तु मुन्नी का रोना नहीं रूक रहा था वह फूट-फूटकर रोती रही, वह चीख-चीखकर रोती रही. उसका रोना देखकर समर का तो हृदय बाहर को आ रहा था परन्तु बाबू जी नहीं माने और मुन्नी को वापिस पति के घर जाना पड़ा।