पद किसे कहते हैं?

वाक्य से अलग रहने पर शब्द और वाक्य में प्रयुक्त हो जाने पर शब्द पद कहलाता है | जैसे राम पुस्तक पढ़ता है

पदबंध किसे कहते हैं?

वाक्य के उस भाग को जिसमें एक या एक से अधिक पद मिलकर व्याकरणिक इकाई का कार्य करते हुए एक विशिष्ट अर्थ तो देते हैं किंतु पूरा अर्थ नहीं देते वाक्यांश या पदबंध कहलाते हैं |

(जब दो या दो से अधिक पद मिलकर एक पद का कार्य करते हैं तब उन्हें पदबंध कहा जाता है)

जैसे – तालाब में खिला कमल का फूल बहुत सुंदर है। इस उदाहरण में कमल पद मुख्य पद है और बाकि पद इस पद पर आश्रित है। तालाब में खिला कमल ये तीनों पद आपस में बंधकर पदबंध बना रहे है।

पदबंध के प्रकार

पदबंध पाँच प्रकार के होते हैं

  • संज्ञा पदबंध
  • सर्वनाम पदबंध
  • विशेषण पदबंध
  • क्रिया पदबंध
  • क्रिया विशेषण पदबंध

संज्ञा पदबंध – जो पदबंध वाक्य में संज्ञा का काम करें उसे संज्ञा पदबंध कहते हैं | जिस पदबंध का अंतिम अथवा शीर्ष शब्द यदि संज्ञा हो और अन्य सभी पद उसी पर आश्रित हो तो वह संज्ञा पदबंध कहलाता है| जैसे – 1.लंका का राजा रावण बहुत क्रूर था |

2.अयोध्या के राजा दशरथ के चार पुत्र थे।

सर्वनाम पदबंध – जो पदबंध वाक्य में सर्वनाम का काम करे उसे सर्वनाम पदबंध कहते है | जैसे – 1.छत पर खड़ा वह लोगों को देख रहा था | ,

2.विरोध करने वाले लोगों में से कोई नहीं बोला।

विशेषण पदबंध – जो पदबंध वाक्य में संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता का बोध करे उसे विशेषण पदबंध कहते हैं| जैसे – 1.राहुल सबसे अधिक परिश्रमी छात्र है |

2.उस घर के कोने में बैठा हुआ आदमी जासूस है।

क्रिया पदबंध – जो पदबंध वाक्य में क्रिया का काम करें उसे क्रिया पदबंध कहते हैं | जैसे – 1.सुधा ने खाना खा लिया है |

2.अब दरवाजा खोला जा सकता है।

क्रिया विशेषण पदबंध – जो पदबंध वाक्य में क्रिया की विशेषता का काम करें उसे क्रिया विशेषण पदबंध कहते हैं | जैसे – 1.वह बात बात पर रोने लगता है |

2.अपने सामान के साथ वह चला गया।